एक हल्की सी मुश्कुराहट चेहरे को गुलाबी रंगत, आँखों में चमक और कलेजे को ठंडक देती है,
इसलिए मुस्कुरा कर जरुर देखे.
कहते है--- प्यार अँधा होता है.
और शादी आँखें खोल देती है.
Friday, November 18, 2011
अगर गिरने लगू तो वोह आकर संभाले मुझे,
हमें अपने जहा में कोई ऐसा शख्स नहीं देखा.
नहीं
Wednesday, November 16, 2011
कितने चेहरों में सरे राह वह मिलता है हमें,
एक मुद्दत से जिसे हमने भुला रखा है.
वह
Sunday, November 13, 2011
आज भी याद है मुझे. हनुमान मंदिर , किदवई नगर , कानपुर.
तुम्हारा इंतज़ार करना, मिलना और Engg. college चले जाना,
वक़्त गुजरा, तुम दूर हो गयी लेकिन यादें अभी भी ताज़ा है,
शायद तुम्हे यकीन न हो की मै तब से कानपुर आया ही नहीं...........
लेकिन अब भी मेरी यादों की सडक लेबर कालोनी , हनुमान मंदिर,
किदवई नगर, कानपुर तक जाती है.